शुक्रवार, 9 सितंबर 2011
पत्रिका अखबार में छपी गलत खबर
9 सितंबर को भिलाई से प्रकाशित लोकप्रिय दैनिक अखबार पत्रिका नें बिन लक्ष्मी गणेश नही के नाम से समाचार छापा । इस समाचार में खुर्सीपार भिलाई के नव युवा मित्र मण्डल नामक समिति द्वारा रामायण पर आधारीत भव्य झांकीयों को मुख्य निशाने पर रखा गया है । इस समिती के अलावा सेक्टर-1 व सेक्टर-4 की समिती का भी नाम दिया गया है किंतु इसके शब्दों के जाल से दोनो समिती तो बेचारी बन गई और खुर्सीपार समिती लाखों की अवैध वसूली करने वाली एकमात्र समिती बन गई । आमने सामने करने की बात कहते हुए पत्रिका लिखती है कि - इस संबंध में युवा मित्र मण्डल गणेशोत्सव के आयोजकों नें कहा है की प्रति वर्ष यहां भव्य आयोजन किया जाता है आयोजन में लाखों रूपये खर्च होते हैं चंदे के रूप में इतनी रकम इकट्ठा नही होती इसलिये आने वाले दर्शकों से केवल 5 रूपये सहयोग राशी ली जाती है । सी.जी. ग्रुप गणेशोत्सव समिती की अध्यक्ष सृष्टि अग्निहोत्री नें कहा की समिती द्वारा शुल्क बंधन नही रखा गया है इसी प्रकार महाराष्ट्र मण्डल के अध्यक्ष प्रदीप कान्हे नें बताया की मंदिर निर्माण के लिये लोगों से सहयोग राशी ली जाती है ।
अब जरा सच्चाई देखें ः- जिस समिती के द्वारा शुल्क बंधन नही रखने की बात कही जा रही है वहां अनिवार्य रूप से न्यूनतम 5 रूपये लिये जा रहे हैं और जो समिती मंदिर के नाम पर पैसे लेने की बात कर रही है वह समिती पिछले 12 सालों में आज तक मदिर निर्माण में कोई भूमिका नही निभाई है बल्कि मंदिर निर्माण के लिये सेक्टर-4 मार्केट के व्यापारीयों नें ही पूरा सहयोग दिये हैं । ....।
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